Shodashi - An Overview
Wiki Article
पद्माक्षी हेमवर्णा मुररिपुदयिता शेवधिः सम्पदां या
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
ध्यानाद्यैरष्टभिश्च प्रशमितकलुषा योगिनः पर्णभक्षाः ।
साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥२॥
गणेशग्रहनक्षत्रयोगिनीराशिरूपिणीम् ।
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
देवस्नपनं मध्यवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
Much more from this Author Bhairavi Sharma is really an creator of three novels on Amazon. She has long been working towards meditation through the time she was 10 years previous. Whatever she shares on her particular website and below, on Mystical Bee, comes from looking at, exploration and encounter.
श्रौतस्मार्तक्रियाणामविकलफलदा भालनेत्रस्य दाराः ।
वाह्याद्याभिरुपाश्रितं च दशभिर्मुद्राभिरुद्भासितम् ।
Shodashi कर्तुं देवि ! जगद्-विलास-विधिना सृष्टेन ते मायया
॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥